'चरखा की फिलोसफी जो #गांधी_जी की है, वो हिन्दुस्तान माने और दुनिया माने तो दुनिया में कोई दुखी न रहे, कोई भूखा न रहे, कोई नंगा न रहे।' : #SardarPatel #VoiceofPatel #SardarVallabhbhaiPatel pic.twitter.com/QPxeGFgQ0U— All India Radio News (@airnewsalerts) October 29, 2020
'चरखा की फिलोसफी जो #गांधी_जी की है, वो हिन्दुस्तान माने और दुनिया माने तो दुनिया में कोई दुखी न रहे, कोई भूखा न रहे, कोई नंगा न रहे।' : #SardarPatel #VoiceofPatel #SardarVallabhbhaiPatel pic.twitter.com/QPxeGFgQ0U
‘हमें समाज को संगठित करना चाहिए। तो वो चीज करने के लिए पहले तो हमारे आज कोई भी झगड़ा का काम हो, फिसाद का काम हो, टंटा का काम हो छोड़ देना चाहिए।’: #SardarPatel #VoiceofPatel #SardarVallabhbhaiPatel pic.twitter.com/j40PHcXwcA— All India Radio News (@airnewsalerts) October 29, 2020
‘हमें समाज को संगठित करना चाहिए। तो वो चीज करने के लिए पहले तो हमारे आज कोई भी झगड़ा का काम हो, फिसाद का काम हो, टंटा का काम हो छोड़ देना चाहिए।’: #SardarPatel #VoiceofPatel #SardarVallabhbhaiPatel pic.twitter.com/j40PHcXwcA
#SardarVallabhbhaiPatel : "हिन्दुस्तान एक ऐसा मुलक है, अनेक प्रकार के लोग रहते हैं, बहुत से अलग-अलग मज़हब है, अलग-अलग जाति है और अलग अलग हमारा पोशाक है, अलग-अलग हमारी जु़बान है। ऐसा कोई मुलक दुनिया में नहीं है जिसमें इतने इतने छोटे छोटे फिरके वाड़े होते हैं...#SardarPatel pic.twitter.com/0VVsSCcwD7— All India Radio News (@airnewsalerts) October 28, 2020
#SardarVallabhbhaiPatel : "हिन्दुस्तान एक ऐसा मुलक है, अनेक प्रकार के लोग रहते हैं, बहुत से अलग-अलग मज़हब है, अलग-अलग जाति है और अलग अलग हमारा पोशाक है, अलग-अलग हमारी जु़बान है। ऐसा कोई मुलक दुनिया में नहीं है जिसमें इतने इतने छोटे छोटे फिरके वाड़े होते हैं...#SardarPatel pic.twitter.com/0VVsSCcwD7
Facebook Updates